
बालोद | छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के किसनपूरी गांव में बुधवार को मधुमक्खियों के हमले से अफरा-तफरी मच गई। मनरेगा के तहत नदी की सफाई कर रहे मजदूरों पर अचानक मधुमक्खियों के झुंड ने हमला कर दिया। इस हमले में कुल 15 मजदूर घायल हो गए हैं, जिनमें एक बुजुर्ग महिला की हालत गंभीर बनी हुई है।
यह घटना डौंडी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आती है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मजदूर जब नदी में सफाई कार्य कर रहे थे, तभी झाड़ियों से निकलीं मधुमक्खियों का एक बड़ा झुंड तेजी से उनकी ओर बढ़ा और हमला बोल दिया। डंक के दर्द और हमले की तीव्रता से मजदूर इधर-उधर भागने लगे, लेकिन कई लोग बुरी तरह घायल हो गए।
घायलों का इलाज जारी, एक महिला की हालत नाजुक
हमले के बाद सभी घायलों को स्थानीय ग्रामीणों की मदद से आमडुला स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां डॉक्टरों की टीम ने तत्काल उपचार शुरू किया। डॉक्टरों के मुताबिक, सभी को मधुमक्खियों के दर्जनों डंक लगे हैं। इनमें एक वृद्ध महिला की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
पहले भी सक्रिय रही हैं मधुमक्खियां, नहीं उठाए गए कदम
स्थानीय लोगों ने बताया कि किसनपूरी क्षेत्र में मधुमक्खियों की सक्रियता पहले भी देखी गई है। कई बार शिकायतें भी की गईं, लेकिन ना तो वन विभाग और ना ही प्रशासन ने इस ओर कोई ठोस पहल की। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते जरूरी सावधानी बरती जाती, तो यह हादसा टाला जा सकता था।
प्रशासन ने दी कार्रवाई की बात, सतर्कता के निर्देश
घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और हालात का जायजा लिया। अधिकारियों ने बताया कि वन विभाग को अलर्ट कर दिया गया है और ऐसे संवेदनशील क्षेत्रों में काम शुरू करने से पहले सुरक्षा के लिए दिशा-निर्देश दिए जाएंगे।