1:35रॉयटर्स के मुताबिक, इजराइल की जवाबी कार्रवाई में गाजा पट्टी पर कई इमारतें तबाह हुईं।
हमास लड़ाकों ने पैराग्लाइडर पर सवार होकर कई शहरों में गोलियां बरसा रहे हैं।
हमास के लड़ाकों ने इजराइली महिला की हत्या कर उसके शव को नग्न किया।
हमास ने इजराइल के एक सैनिक को बंधक बना लिया। इसके बाद उसे खींचते हुए गाजा पट्टी ले गए।
स्देरोट शहर में घरों की छत पर हमास के लड़ाकों ने घुसपैठ की।
गाजा पट्टी पर हमास हेडक्वार्टर में टीवी पर हमले की खबर देखने के बाद हमास के लीडर्स ने नमाज पढ़ी।
हमास के लड़ाके कई इजराइली महिलाओं को बंधक बनाकर गाजा की तरफ ले गए।
इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। इजरायली आर्मी के प्रवक्ता रिचर्ड हेचट ने बताया कि देश की 22 जगह पर अब भी लड़ाई चल रही है। BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक 230 से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हुई है, जबकि 1700 से ज्यादा लोग घायल हैं।
वहीं, 7 अक्टूबर को हमास की तरफ से दागे गए 5 हजार रॉकेट से अब तक 300 इजराइलियों की मौत हुई है और 1,500 से ज्यादा घायल हैं। हमास के हमलों के जवाब में इजराइल ने गाजा पट्टी में उनके 17 मिलिट्री कंपाउंड और 4 मिलिट्री हेडक्वार्टर्स पर हमले का दावा किया है।
इजराइल में बिगड़ते हालात के बीच इंडियन एम्बेसी ने वहां मौजूद अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। उन्हें सतर्क और सुरक्षित रहने को कहा है। साथ ही इजराइल से भारत आने और जाने वाली फ्लाइट्स को रोक दिया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि मुश्किल घड़ी में भारत इजराइल के लोगों के साथ है।

हमास के लड़ाकों ने इजराइली महिला की हत्या के बाद उसके शव को निर्वस्त्र करके गाड़ी में रखा और उसे सड़कों पर घुमाया।

हमास ने इजराइल के एक सैनिक को बंधक बना लिया। इसके बाद वो उसे खींचते हुए गाजा पट्टी की तरफ ले जाते नजर आए।

हमास के लड़ाकों ने कई इजराइली महिलाओं को भी बंधक बनाया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में वो उसे गाजा ले जाते दिखे।

हमास के लड़ाकों ने पैराग्लाइडर पर सवार होकर कई शहरों में गोलियां बरसाईं। हमास ने इस वीडियो को जारी किया है।

7 अक्टूबर को गाजा पट्टी से इजराइल पर हुए हमले के बाद हमास हेडक्वार्टर में टीवी पर हमले की खबर देखकर हमास के लीडर्स ने नमाज पढ़ी।
अपडेट्स…
- इजराइल में मेघालय के 27 ईसाई तीर्थ यात्री और नेपाल के 7 लोग फंसे हैं।
- सऊदी अरब ने इजराइल और फिलिस्तीन से हमले रोकने की अपील की है।
- इजराइल की सेना गाजा में जमीनी हमले करने की तैयारी कर रही है। अब तक हवाई हमले किए जा रहे हैं।
- हमास ने 7 अक्टूबर को दावा किया था कि उन्होंने कई इजराइली लोगों को बंधक बनाया है। BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, इन बंधकों को छुड़ा लिया गया है।
- टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, ईरान के कई शहरों में इजराइल पर हुए हमले का जश्न मनाया जा रहा है। सोशल मीडिया पर इसके वीडियो वायरल हो रहे हैं।

गाजा में इजराइली हमले के बाद कई जगहों पर आग लग गई। आसमान में धुआं दिखाई दिया।
अप्रैल से बनने लगे थे बड़े हमले के हालात
ताजा हमले के संकेत अप्रैल से मिलने लगे थे। दरअसल, वेस्ट बैंक इलाके में बार-बार इजराइली सैन्य अभियान चलाए जा रहे थे। तब गाजा ने इजराइल को उसी भाषा में जवाब देना तय किया। मई में इजराइल और हमास में छोटी लड़ाई हुई। एक हफ्ते बाद इजराइली हवाई हमलों में हमास के 3 नेता मारे गए। उस संघर्ष को मिस्र, यूएन ने खत्म कराया था।
अभी हुए हमले की 3 वजह… 1973 की जंग की 50वीं एनिवर्सिरी थी
इजराइल पर अभी हमला करने की तीन वजह हैं। पहली, इजराइल अभी घरेलू मोर्चे पर व्यस्त था। ज्यूडिशियल सिस्टम की शक्तियां कम करने का कदम उठाने से जनता विरोध में थी।
दूसरी, यहूदियों के पवित्र त्योहार सिमचैट टोरा के आखिरी दिन था, लोग जश्न में थे।
तीसरी, 6 अक्टूबर को 1973 में हुई जंग की 50वीं एनिवर्सिरी थी। 6 अक्टूबर 73 को पड़ोसी देशों ने इजराइल पर हमला किया था। यहूदी इस दिन पापों के प्रायश्चित के लिए उपवास रखते हैं। यानी उनकी आस्था पर हमला किया गया है।

तेल अवीव में गाजा के हमले के बाद लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने के लिए कहा गया है।
1000 से ज्यादा फिलिस्तीनी इजराइल में घुसे
इजराइली सेना ने गाजा पट्टी के 7 इलाकों में लोगों से घर छोड़कर शहर में बने शेल्टर होम में जाने को कहा है। सेना यहां पर हमास के ठिकानों पर हमला करने वाली है। अलजजीरा के मुताबिक, 1000 से ज्यादा फिलिस्तीनी इजराइल में घुस गए हैं। 1948 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है।
गाजा स्ट्रिप से हमले के बाद इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जंग का ऐलान किया था। कैबिनेट के साथ इमरजेंसी मीटिंग के बाद उन्होंने कहा था- ये जंग है और हम इसे जरूर जीतेंगे। दुश्मनों को इसकी कीमत चुकानी होगी।

स्देरोट शहर में घरों की छत पर हमास के लड़ाकों ने घुसपैठ की।

स्देरोट पुलिस ने हमास के 10 लड़ाकों को मार गिराया। इन्होंने थाने पर कब्जा किया था।
इजराइल के एयर डिफेंस सिस्टम का हार्डवेयर 12 साल से अपडेट नहीं हुआ
2001 से इजराइल और हमास के बीच जंग चल रही है। हवाई हमलों से बचने के लिए इजराइल ने 2011 में आयरन डोम नाम का एयर डिफेंस सिस्टम तैयार किया था। तब इसे दुनिया का सबसे भरोसेमंद एयर डिफेंस सिस्टम बताया गया था।
10 मई 2023 को जब इजराइल के दक्षिणी इलाके में हमास ने मिसाइलें दागी, तब भी ये नाकाम हुआ था। उस हमले के बाद जांच में पता चला था कि इसके हार्डवेयर 2011 के बाद से अपडेट नहीं हुए, जबकि सॉफ्टवेयर में बार-बार अपडेट किए गए।
हमले के वक्त कई बार हार्डवेयर अपने सॉफ्टवेयर से कनेक्ट नहीं कर पा रहे थे। हालांकि इसका सक्सेस रेट 94% है। आयरन डोम पर ब्रॉक यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर माइकल आर्मस्ट्रॉग बताते हैं कि कोई भी मिसाइल सिस्टम पूरी तरह भरोसेमंद नहीं होता। अब हमले का रूप बदल रहा है।
यरूशलम पोस्ट ने भी एक आर्टिकल में दावा किया था कि मई के हमले में आयरन डोम का इंटरसेप्शन सक्सेस रेट सिर्फ 60% था।

हमास के हमले के बाद तेल अवीव में सैकड़ों लोगों के घर तबाह हो गए।
‘अल-अक्सा फ्लड’ के खिलाफ इजराइल का ऑपरेशन ‘स्वॉर्ड्स ऑफ आयरन ‘
हमास ने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को ‘अल-अक्सा फ्लड’ नाम दिया है। वहीं इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ ‘स्वॉर्ड्स ऑफ आयरन’ ऑपरेशन शुरू किया है। यरूशलम पोस्ट के मुताबिक, हमास लड़ाकों ने कई इजराइली कस्बों पर कब्जा कर लिया है।
हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- ये हमला यरूशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। सेना हमास के ठिकानों पर हमले कर रही है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।
वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।

तेल अवीव में गाजा के रॉकेट हमले के बाद पुलिस अधिकारियों ने तबाही का जायजा लिया है।
ईरान हमास तो पश्चिमी देश इजराइल के साथ
हमास और इजराइल के बीच चल रहे संघर्ष को लेकर दुनियाभर से प्रतिक्रिया आ रही हैं। पश्चिमी देशों अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने हमास के हमले की निंदा की है। वहीं ईरान ने हमास का समर्थन किया है।
किस देश ने क्या कहा?
भारत- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- इजराइल में हुए आतंकी हमले की खबर से स्तब्ध हूं। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं पीड़ितों और मृतकों के परिवार के साथ हैं। मुश्किल घड़ी में हम इजराइल के साथ हैं।
चीन- चीन ने इजराइल और फिलिस्तीन के बीच हो रही हिंसा के बढ़ने पर गहरी चिंता जताई है।
यूक्रेन- यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने इजराइल के खिलाफ हमास के हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा- हम इस जंग में इजराइल के साथ हैं। उन्हें अपनी और अपने नागरिकों की रक्षा करने का हक हैं।
ब्रिटेन- प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा है कि मैं हमास के हमले से हैरान हूं। इजराइल को अपनी सुरक्षा का पूरा अधिकार है।
फ्रांस- राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि दुख की घड़ी में वो हमास के हमले में जान गंवाने वाले लोगों के परिवार के साथ हैं।
EU- यूरोपियन यूनियन की चीफ उर्सला ने कहा है कि इजराइल को जवाबी कार्रवाई का पूरा हक है। हिंसा को रोकना जरूरी है।
अमेरिका- राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि हमास के आतंकवादी इजरायली सैनिकों और नागरिकों को सड़कों और उनके घरों में मार रहे हैं, ये गलत है। इजराइल की मदद के लिए हम हर तरह से तैयार हैं। उसे अपनी और अपने लोगों की रक्षा करने का अधिकार है। वहीं, अमेरिकी डिफेंस सेक्रेटरी लॉयड ऑस्टिन ने कहा है कि वो इस बात का ध्यान रखेंगे कि इजराइल को अपनी सुरक्षा में किसी तरह की कमी न रहे।
ईरान- सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह खामेनेई के एडवाइजर ने कहा है कि हम फिलिस्तीन के इजराइल पर किए अटैक का समर्थन करते हैं।
कतर- कतर ने इजराइलियों को फिलिस्तीनी लोगों के साथ हिंसा करने का जिम्मेदार ठहराया है ।
ऑस्ट्रेलिया– प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने कहा कि हम इस समय अपने मित्र इजराइल के साथ खड़े हैं। इजराइल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है।
तुर्किये और रूस– दोनों ही देशों ने किसी की साइड न लेते हुए कहा है कि मसले का हल बातचीत से सुलझाया जाना चाहिए।

अश्कलोन में रॉकेट हमले के बाद लोग भागते नजर आए।
3 महीने पहले इजराइली हमले में 12 फिलिस्तीनियों की मौत हुई थी
इजराइल और फिलिस्तीन के बीच जेनिन शहर में 2 दिन के ऑपरेशन में करीब 12 फिलिस्तीनियों की मौत हुई थी। इस रेड के दौरान एक इजराइली सैनिक की भी मौत हो गई थी। इस बीच तेल अवीव में एक हमास सपोर्टर अपनी कार लेकर बस स्टॉप में घुस गया और लोगों पर चाकू से हमला करने लगा था।

अश्कलोन में एक घर पर रॉकेट हमले के बाद मची तबाही को देखकर महिला रो पड़ी।
इजराइल और फिलिस्तीन के बीच क्यों है विवाद
मिडिल ईस्ट के इस इलाके में यह संघर्ष कम से कम 100 साल से चला आ रहा है। यहां वेस्ट बैंक, गाजा पट्टी और गोलन हाइट्स जैसे इलाकों पर विवाद है। फिलिस्तीन इन इलाकों समेत पूर्वी यरुशलम पर दावा जताता है। वहीं, इजराइल यरुशलम से अपना दावा छोड़ने को राजी नहीं है।
गाजा पट्टी इजराइल और मिस्र के बीच में है। यहां फिलहाल हमास का कब्जा है। ये इजराइल विरोधी समूह है। सितंबर 2005 में इजराइल ने गाजा पट्टी से अपनी सेना वापस बुला ली थी। 2007 में इजराइल ने इस इलाके पर कई प्रतिबंध लगा दिए। फिलिस्तीन का कहना है कि वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी में स्वतंत्र फिलिस्तीन राष्ट्र की स्थापना हो।
हमास: कैसे और क्यों बना
- 1948 में इजराइल के जन्म के बाद भी फिलिस्तीन से उसका संघर्ष हर स्तर पर जारी रहा। इजराइल को जब लगा कि डिप्लोमैटिक लेवल पर वो फिलिस्तीन के सामने कमजोर पड़ रहा है, तो 1970 के दशक में उसने फिलीस्तीन के एक कट्टरपंथी संगठन को उदारवादी फिलिस्तीन नेताओं के विरोध में खड़ा कर दिया। इसको नाम दिया गया हमास। हालांकि, हमास की औपचारिक स्थापना 1987 में मानी जाती है।
- इजराइल के पूर्व जनरल यित्जाक सेजेव ने कहा था- जहर से जहर मारने की यह नीति एक ऐतिहासिक गलती थी। इजराइली सरकार ने मुझे हमास के लिए बजट भी दिया था। इसका अफसोस हमें आज भी है। सेजेव 1980 के दशक में गाजा के गवर्नर भी रहे।
- हमास ने फिलिस्तीन के लिबरल लीडरशिप को धीरे-धीरे किनारे कर दिया और खुद फिलीस्तीन आंदोलन का झंडाबरदार बन गया। इसमें 90% युवा फिलिस्तीनी हैं।
- हमास को तुर्किये और कतर से फंडिंग मिलती है। हमास के एक नेता खालिद मेशाल ने तो कतर में इसका दफ्तर भी खोला था। ईरान भी हमास को हथियार और पैसा देता है। हालांकि, ईरान शिया मुल्क है, जबकि अरब वर्ल्ड सुन्नी है।
हमास में करीब 27 हजार लोग हैं
- ‘टाइम्स ऑफ इजराइल’ के मुताबिक, हमास में करीब 27 हजार लोग हैं। इन्हें 6 रीजनल ब्रिगेड में बांटा गया है। इसकी 25 बटालियन और 106 कंपनियां हैं। इनके कमांडर बदलते रहते हैं।
- हमास में 4 विंग हैं। मिलिट्री विंग के चीफ हैं- इज अद-दीन अल कासिम। पॉलिटिकल विंग की कमान इस्माइल हानिया के हाथों में हैं। इस विंग में नंबर दो पर हैं मूसा अबु मरजूक। एक और नेता हैं खालिद मशाल। इंटरनेशनल अफेयर्स के लिए यह मुस्लिम ब्रदरहुड पर निर्भर है। एक सोशल विंग भी है।
- इजराइल के उन हिस्सों पर कब्जा करना, जिनमें ज्यादातर फिलीस्तीनी हैं। एक स्वतंत्र देश के रूप में खुद को स्थापित करना।
- कई साल बाद अब हमास इजराइल को परेशान कर पाया है। इसके सदस्य आम लोगों की भीड़ में शामिल होकर इजराइली सैनिकों पर हमले करते हैं। इजराइल की ताकत के चलते अब ज्यादा मदद नहीं मिल पा रही। हर बार झड़प में हमास को ही नुकसान हुआ।
अल-अक्सा मस्जिद में इजराइली पुलिस ने नमाजियों को गिरफ्तार किया; हमास ने कहा- कीमत चुकानी पड़ेगी

इजराइल में येरूशलम के अल-अक्सा मस्जिद में पुलिस और फिलिस्तीनियों की बीच झड़प हो गई। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कई लोगों को गिरफ्तार किया और उन पर पवित्र मस्जिद को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। पुलिस के मुताबिक, कुछ फिलिस्तीनियों ने खुद को पटाखों, लाठी और पत्थरों के साथ मस्जिद में बंद कर लिया था और बाहर बैरिकेडिंग लगा दी थी।