
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण की 20 सीटों पर मतदान मंगलवार शाम 5 बजे खत्म हो गया है। शाम 5 बजे तक 70.87 प्रतिशत मतदान हो चुका था। वहीं मतदान के बीच नक्सलियों ने जमकर आतंक मचाया। कांकेर, नारायणपुर, बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा में नक्सली वारदातें और मुठभेड़ की घटनाएं सामने आई हैं।
छत्तीसगढ़ की कुल 90 विधानसभा सीटों में से पहले चरण की 20 सीटें के लिए मतदान आज खत्म हुआ। जिसमें बस्तर संभाग की 12 सीटों और दुर्ग संभाग की आठ सीटों पर मतदान हुआ। शाम सवा सात बजे तक जारी आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश में 71.11% मतदान हुआ। पहले चरण में जिन 20 सीटों पर मतदान हुआ, वहां 2018 में कुल 77.23% वोटिंग हुई थी। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, शाम पांच बजे तक सबसे अधिक मतदान खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में हुआ, यहां 76.31% लोगों ने मतदान किया। वहीं सबसे कम मतदान बीजापुर जिले में हुआ है। यहां शाम पांच बजे तक केवल 40.98% ही वोटिंग हुई। आइए जानते हैं पिछले बार के चुनाव की तुलना में सीटवार इस बार कितने प्रतिशत हुई वोटिंग हुई।
किस जिले में कितना मतदान?
सबसे ज्यादा मतदान खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में हुआ। यहां 76.31% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। बीजापुर जिले में सबसे कम वोटिंग हुई। यहां केवल 40.98 फीसदी वोटिंग हुई। उत्तर-बस्तर-कांकेर, राजनांदगांव, मोहला मानपुर-अंबागढ़ चौकी, कोंडागांव जिले में 75 फीसदी से अधिक वोटिंग हुई। साथ ही बस्तर-जगदलपुर, कबीरधाम में 70 फीसदी से ज्यादा वोटिंग हुई।
सीट | 2018 में मतदान % | 2023 में मतदान % (शाम पांच बजे तक) |
पंडरिया | 77.84 | 71.06 |
कवर्धा | 82.5 | 72.89 |
खैरागढ़ | 84.51 | 76.31 |
डोंगरगढ़ (SC) | 82.7 | 77.40 |
राजनांदगांव | 78.87 | 74.00 |
डोंगरगांव | 85.43 | 76.80 |
खुज्जी | 84.76 | 72.01 |
मोहला-मानपुर (ST) | 80.28 | 76.00 |
अंतागढ़ (ST) | 75.21 | 70.72 |
भानुप्रतापपुर (ST) | 77.58 | 79.10 |
कांकेर (ST) | 79.11 | 76.13 |
केशकाल (ST) | 81.81 | 74.49 |
कोंडागांव (ST) | 83.69 | 76.29 |
नारायणपुर (ST) | 75.03 | 63.88 |
बस्तर (ST) | 83.37 | 71.39 |
जगदलपुर | 78.4 | 75.00 |
चित्रकोट (ST) | 80.69 | 70.36 |
दन्तेवाड़ा (ST) | 60.64 | 62.55 |
बीजापुर (ST) | 48.9 | 40.98 |
कोन्टा (ST) | 55.3 | 50.12 |
राजनांदगांव सीट पर क्या हुआ?
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह राजनांदगांव सीट से चुनाव मैदान में हैं। इस सीट पर शाम पांच बजे तक 74.00 फीसदी वोटिंग हुई। 2018 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर 78.87 फीसदी मतदान हुआ था। यानी, पिछली बार के मुकाबले 4.87 फीसदी कम वोटिंग हुई।

बस्तर संभाग की 12 सीटों में अभी सभी पर कांग्रेस का कब्जा
20 सीटों में सबसे महत्वपूर्ण सीटें बस्तर संभाग की है, जहां से कुल 90 सीटों में से 12 सीटें आती हैं। आदिवासी बाहुल्य बस्तर संभाग में कुल सात जिले आते हैं। सात जिलों के संभाग में यहां छत्तीसगढ़ की 12 विधानसभा और एक लोकसभा सीट है। बस्तर संभाग की 12 विधानसभा सीटों में 11 विधानसभा सीटें अनुसूचित जनजाति (एसटी) और एक सीट सामान्य है। इनमें बस्तर, कांकेर, चित्रकोट, दंतेवाड़ा, बीजापुर, कोंटा, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर की सीटें एसटी के लिए आरक्षित हैं। वहीं जगदलपुर विधानसभा सीट सामान्य है। वर्तमान में 12 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है।
मुठभेड़ में CRPF के कई जवान घायल, बीजापुर में तीन नक्सली ढेर
छत्तीसगढ़ में पहले चरण के लिए हो रहे मतदन के बीच सुकमा के ताड़मेटला और दुलेड में सीआरपीएफ और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। कोबरा 206 के जवानों के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ हुई। मीनपा में पोलिंग पार्टी को सुरक्षा देने के लिए जंगलों में जवान तैनात थे। मुठभेड़ में कुछ जवानों के घायल होने की जानकारी है।
नारायणपुर में भी हुई मुठभेड़
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में ओरछा पुलिस स्टेशन के पास जंगल क्षेत्र में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ के बीच नक्सलियों के भाग जाने से एसटीएफ के जवान सुरक्षित हैं। इलाके की तलाशी की जा रही है। सोशल मीडिया पर मतदान केंद्रों को नक्सलियों द्वारा घेरने की वायरल सूचना गलत है और मतदान जारी है।
कांकेर में भी पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़
कांकेर में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। लगभग आधे घंटे तक मुठभेड़ चली। बता दें कि चुनाव करवाने गए बीएसएफ और बस्तर फाइटर के जवानों के साथ माड़पखांजूर तथा उलिया जंगल में मुठभेड़ हुई। पखांजुर एएसपी ने पूरे मामले की जानकारी दी है। कांकेर में बांदे थाना क्षेत्र में बीएसएफ़ एवं डीआरजी की टीम मतदान के लिए एरिया डोमिनेशन पे निकली थी। इसी दौरान डीआरजी के साथ पानावर के पास मुठभेड़ हुई। घटना स्थल से AK-47 बरामद की गई है। फिलहाल इलाके में सर्च कार्रवाई जारी है। कुछ नक्सलियों के घायल होने और मरने की संभावना है।
बीजापुर में सीआरपीएफ और नक्सलियों की मुठभेड़
बीजापुर के गंगालूर मार्ग पर एरिया डॉमिनेशन पर निकली सीआरपीएफ जवानों की पार्टी के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ हुई। पुलिस ने दावा किया है कि नक्सली दो से तीन शव लेकर भाग रहे थे। वहीं घटनास्थल पर खून के धब्बे व घसीटने के निशान मिले हैं। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार को एरिया डॉमिनेशन पर निकली सीआरपीएफ 85 बटालियन की टीम गंगालूर मार्ग के पदेडा की दक्षिण दिशा की ओर निकली हुई थी। इसी पुलिस जवानों व नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई। करीब पांच से 10 मिनट मुठभेड़ चली। फिलहाल सभी जवान सुरक्षित है। पुलिस की सर्चिंग जारी हैं।
मुठभेड़ में किसान को लगी गोली
कांकेर में मुठभेड़ के दौरान किसान को पेट में गोली लग गई। जानकारी के मुताबिक किसान खेत में मवेशी चरा रहा था तभी नक्सलियों के हमले से किसान घायल हो गया। घायल किसान को बांदे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। घटना स्थल से एके-47 बरामद की गई।