Ujjain, MP
उज्जैन के बाबा महाकाल का आज देवउठनी एकादशी पर अद्भुत श्रृंगार किया गया. भस्म आरती के दौरान मौजूद हजारों भक्तों ने बाबा के इस रूप के दर्शन किए. बाबा की छटा ने सभी का मन मोह लिया है.

विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में हर दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन होता है. बाबा महाकाल के दरबार में होने वाली भस्म आरती देश ही नहीं विदेशों में भी प्रसिद्ध है. मंगलवार की सुबह भी बाबा का मनमोहक श्रृंगार किया गया.
उज्जैन के राजा कहलाने वाले भगवान महाकाल 12 ज्योतिर्लिंगों में तीसरे स्थान पर विराजमान हैं. बाबा महाकाल के दरबार में रोजाना हर आरती में अलग-अलग रूपों में श्रृंगार किया जाता है. इसी तरह, सुबह 4 बजे होने वाली महाकाल की भस्म आरती प्रसिद्ध है.
उज्जैन के राजा की नगरी मे भूतभावन महाकाल के सुबह तड़के 4 बजे मंदिर के कपाट खोले गए. पुजारी ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन कर भगवान महाकाल का जलाभिषेक और दूध, दही, घी, शक्कर फलों के रस से बने पंचामृत से पूजन किया.
देवउठनी एकादशी पर भगवान महाकाल को रजत मुकुट आभूषण और आंवले की माला अर्पित कर भगवान विष्णु के स्वरूप में श्रृंगार किया. भांग चन्दन ड्रायफ्रूट और भस्म चढ़ाई गई. इसके अलावा शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुण्डमाल और रुद्राक्ष की माला के साथ-साथ सुगन्धित पुष्प से बनी फूलों की माला धारण कराई गई .
मंगलवार को भी बाबा की फल और मिष्ठान का भोग लगाया गया. उसके बाद भगवान ने निराकार से साकार रूप में अपने भक्तों को दर्शन दिए. रोजाना की तरह हजारों भक्तों ने भस्म आरती में भगवान के दर्शन किए. बाबा का मनमोहक रूप देख भक्त निहाल हो गए