Ujjain, MP

विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित अभिषेक शर्मा ने बताया कि 18 अक्टूबर से कार्तिक कृष्ण पक्ष की प्रथमा तिथि से महाकालेश्वर मंदिर में बाबा महाकाल की दिनचर्या में बदलाव होगा. उन्होंने बताया कि गर्मी और सर्दियों को दिनों में बाबा महाकाल के भोग और आरती के समय में बदलाव किया जाता है.

मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थिति महाकाल मंदिर में कार्तिक मास की शुरुआत के साथ ही बाबा महाकाल की दिनचर्या में बदलाव देखने को मिलेगा. जानकारी के मुताबिक, कार्तिम मास के शुरू होते ही बाबा महाकाल को आधे घंटे दी देरी से भोग लगेगा और संध्या भारती भी आधे घंटे पहले शुरू होगी. कार्तिक मास को पुण्य प्राप्ति के लिए सबसे उत्तम बताया गया है इसीलिए श्रद्धालुजन पूरे माह शिप्रा में स्नान कर धर्म लाभ अर्जित करेंगे. वहीं विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित अभिषेक शर्मा ने इसकी जानकारी दी है.

विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित अभिषेक शर्मा (बाला गुरु) ने बताया कि 18 अक्टूबर से कार्तिक कृष्ण पक्ष की प्रथमा तिथि से महाकालेश्वर मंदिर में बाबा महाकाल की दिनचर्या में बदलाव होगा, जिसके बाद अब बाबा महाकाल को अब ठंडे जल के स्थान पर प्रतिदिन गर्म जल से स्नान करवाया जाएगा.

बदलेगा भोग और आरती का समय

महाकाल मंदिर में प्रतिदिन सुबह 7 बजे होने वाली बालभोग आरती सुबह 7.30 बजे की जाएगी. इसी तरह भोग आरती सुबह 10 बजे के स्थान पर अब सुबह 10.30 बजे होगी. बाबा महाकाल को लगाए जाने वाले भोग के साथ ही प्रतिदिन जो संध्या आरती की जाती है उसके समय में भी बदलाव किया गया है. सर्दियों में सूर्यास्त जल्दी हो जाता है इसीलिए संध्या आरती के समय में बदलाव करते हुए इसे अब शाम 6:30 बजे किया जाएगा.

मंदिर के पुजारी ने दी जानकारी

महाकाल मंदिर में इससे पहले भी बाबा महाकाल की आरती और भोग के समय में बदलाव किया जा चुका है. सर्दियों की वजह से बाबा महाकाल के गर्म जल से स्नान कराने कराया जाएगा. महाकाल मंदिर के पुजारी पंडित अभिषेक शर्मा ने बताया कि बाबा को अब ठंडे जल से स्नान नहीं कराया जाएगा. बाबा महाकाल की दिनचर्या में सर्दी और गर्मी के दिनों मे बदलाव किया जाता है, अभी बाबा महाकाल की दिनचर्या गर्मी के दिनों के अनुसार जारी है.

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