चुनावी माहौल के बीच मध्यप्रदेश में अजब-गजब नजारे देखने को मिल रहे हैं। गुरुवार को बुरहानपुर में एक निर्दलीय प्रत्याक्षी विरोध स्वरूप गधे पर बैठकर नामांकन का पर्चा दाखिल करने SDM कार्यालय पहुंचा। प्रत्याक्षी का नाम प्रियांक सिंह ठाकुर बताया जा रहा है। निर्दलीय प्रत्याशी का कहना है कि भाजपा और कांग्रेस ने जनता को गधा बनाया है।

गुरुवार को शुभ मुहूर्त होने के कारण भाजपा और कांग्रेस सहित निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे भाजपा के बागी प्रत्याशियों ने भी नामांकन पत्र जमा किए हैं। नामांकन फार्म जमा करने के लिए कुछ प्रत्याशियों ने अजब-गजब वाहन चुने थे।
भाजपा से टिकट की मांग करने वाले ठा. प्रियांक सिंह गधे पर बैठ कर रिटर्निंग आफिसर के कार्यालय पहुंचे तो कांग्रेस प्रत्याशी ठा. सुरेंद्र सिंह शेरा बैलगाड़ी पर सवार होकर नामांकन जमा करने पहुंचे। भाजपा प्रत्याशी और प्रदेश प्रवक्ता अर्चना चिटनिस व भाजपा के बागी और स्व. नंदकुमार सिंह चौहान के पुत्र हर्षवर्धन सिंह चौहान ने बिना किसी भीड़ भाड़ के सादे तरीके से नामांकन फार्म जमा किए।
ठा. सुरेंद्र सिंह की बेटी लयसिंह ठाकुर ने भी नामांकन फार्म जमा किया है। अर्चना चिटनिस के साथ सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल और भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज लधवे नामांकन जमा कराने पहुंचे थे। शेरा के साथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष रिंकू टाक मौजूद थे। नामांकन फार्म जमा करने के बाद हर्षवर्धन सिंह चौहान ने एक सवाल के जवाब में कहा कि अब नामांकन फार्म की वापसी संभव नहीं है। उनके लिए जन भावनाएं सर्वोपरि हैं।
जनता को समझ रखा है गधा
हिंदूवादी नेता प्रियांक सिंह ने कहा कि राजनीतिक दलों में परिवारवाद हावी है। कई दशक से चुनिंदा परिवारों ने सत्ता पर कब्जा जमा रखा है। हर बार टिकट भी उनके ही परिवार को मिलता है। ऐसे नेताओं ने आम मतदाताओं को गधा समझ रखा है। उन्हें हर बार विकास के झूठे सपने दिखाते हैं और वोट लेने के बाद खुद की संपत्ति बढ़ाने में लग जाते हैं। इसलिए उन्होंने गधे पर ही सवार होकर नामांकन दाखिल करने का निर्णय लिया। पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस ने जन कल्याण और विकास के साथ जनता के बीच जाने की बात कही। ठा. सुरेंद्र सिंह ने भी अपनी जीत का दावा किया है।