
लंदन
क्रिकेट जगत में शनिवार का दिन ऐतिहासिक बन गया जब साउथ अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराकर पहली बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का खिताब अपने नाम किया। यह मुकाबला इंग्लैंड के प्रतिष्ठित लॉर्ड्स मैदान पर खेला गया, जहां साउथ अफ्रीकी टीम ने शानदार संयम और आत्मविश्वास के साथ खेलते हुए 282 रनों का लक्ष्य लंच से पहले ही हासिल कर लिया।
27 साल बाद ICC ट्रॉफी पर साउथ अफ्रीका की मुहर
साउथ अफ्रीका ने इस जीत के साथ 27 वर्षों का सूखा समाप्त किया। टीम ने 1998 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी, और अब 2025 में टेस्ट चैंपियन बनकर अपने क्रिकेट इतिहास में नया स्वर्णिम अध्याय जोड़ा है। यह जीत न केवल एक ट्रॉफी का नाम है, बल्कि वर्षों से चले आ रहे संघर्ष और मेहनत का प्रतिफल भी है।
मार्करम की शतकीय पारी ने दिलाई जीत
लक्ष्य का पीछा करते हुए ओपनर ऐडन मार्करम ने 136 रनों की शानदार और जिम्मेदार पारी खेली, जिसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच घोषित किया गया। कप्तान टेम्बा बावुमा ने भी 66 रन बनाकर टीम को स्थिरता दी, जबकि अंतिम क्षणों में काइल वेरियन और डेविड बेडिंघम नाबाद लौटे।
ऑस्ट्रेलिया की मजबूत शुरुआत को ध्वस्त किया
पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया ने 212 रन बनाए, जबकि साउथ अफ्रीका केवल 138 रन ही बना सकी। ऑस्ट्रेलिया को 74 रनों की बढ़त मिली, लेकिन दूसरी पारी में उनकी बल्लेबाजी 218 रनों पर सिमट गई। इस तरह साउथ अफ्रीका को 282 रनों का लक्ष्य मिला, जिसे उसने आत्मविश्वास के साथ हासिल कर लिया।
रणनीतिक गेंदबाज़ी और संतुलित बल्लेबाज़ी बनी जीत की कुंजी
साउथ अफ्रीकी गेंदबाज़ों ने दूसरी पारी में अच्छी लेंथ और रणनीति के साथ गेंदबाज़ी की, जिससे ऑस्ट्रेलिया दबाव में आ गया। वहीं बल्लेबाजों ने लक्ष्य का पीछा करते हुए संयम और धैर्य का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया।
यह जीत सिर्फ एक खिताब नहीं, बल्कि एक युगांतकारी उपलब्धि है, जो साउथ अफ्रीकी क्रिकेट को नए आत्मविश्वास और सम्मान के शिखर पर ले गई है।