
नई दिल्ली/बेकेनहैम।
भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाली बहुप्रतीक्षित 5 मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले टीम इंडिया ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। शुक्रवार से केंट काउंटी ग्राउंड, बेकेनहैम में एक चार दिवसीय इंट्रा-स्क्वॉड मैच शुरू हुआ, जिसमें भारत की सीनियर टेस्ट टीम और भारत ए आमने-सामने हैं।
हालांकि यह मुकाबला दर्शकों के लिए प्रसारण हेतु उपलब्ध नहीं है, लेकिन क्रिकेट के जानकारों और बीसीसीआई के लिए यह मैच खिलाड़ियों की फॉर्म, फिटनेस और रणनीति परीक्षण का अहम मंच बन गया है।
भारत ए में भी दिग्गज शामिल
भारत ए टीम में भी अनुभवी और उभरते खिलाड़ियों का मिश्रण देखने को मिला है। अभिमन्यु ईश्वरन, केएल राहुल, यशस्वी जायसवाल, करूण नायर, ध्रुव जुरेल, शार्दूल ठाकुर और नीतीश रेड्डी जैसे खिलाड़ियों की मौजूदगी इस अभ्यास मैच को और भी प्रतिस्पर्धात्मक बना रही है। यह मैच भारत ए की हाल ही में इंग्लैंड लायंस के खिलाफ ड्रॉ रही दो अनौपचारिक टेस्ट सीरीज के ठीक बाद आयोजित किया गया है।
स्पिन डिपार्टमेंट पर खास नजर
टीम इंडिया के स्पिन विभाग, विशेषकर कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा के प्रदर्शन पर टीम प्रबंधन की पैनी नजर है। गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल ने इस मुकाबले को “टेस्ट जैसे हालात में खिलाड़ियों की रणनीति और स्टेमिना की जांच का मौका” बताया है।
उन्होंने कहा—
“90 ओवर फील्डिंग या गेंदबाजी की आदत केवल नेट्स में नहीं आ सकती। इस तरह के अभ्यास मैच खिलाड़ियों को मानसिक और शारीरिक रूप से टेस्ट के लिए तैयार करते हैं।”
प्रथम श्रेणी दर्जा नहीं, लेकिन रणनीतिक मूल्य अधिक
इस मुकाबले को प्रथम श्रेणी दर्जा नहीं दिया गया है, जिसका अर्थ है कि खिलाड़ी आउट होने पर दोबारा बल्लेबाजी कर सकते हैं। इससे उन्हें हालात के अनुसार खुद को ढालने और सुधार करने का लचीलापन मिलता है।
पिच और मौसम की समझ का आखिरी मौका
इंग्लैंड की पिचों और मौसम को लेकर खिलाड़ियों के सामंजस्य का यह अंतिम बड़ा अवसर है। 20 जून से शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज से पहले यह मैच चयनकर्ताओं और टीम प्रबंधन के लिए भी यह तय करने का मौका है कि किस खिलाड़ी को किस क्रम या भूमिका में उतारा जाए।