JAGRAN DESK

दिल्ली पुलिस ने सुरक्षित कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक विशेष अभियान के तहत 52 ऐसे नाबालिग लड़कों की पहचान की है, जो डकैती, झपटमारी, हत्या, हत्या के प्रयास सहित कई जघन्य अपराधों में शामिल रहे हैं. इनमें से 11 आरोपियों के खिलाफ व्यस्कों की तरह मुकदमा चलेगा.

दिल्ली में क्राइम पर लगाम कसने के लिए पुलिस ने नया कदम उठाया है. पुलिस ने 52 ऐसे किशोरों की पहचान की है, जो कि आपराधिक मामलों में शामिल रहे. कोर्ट से अनुरोध किया गया कि इनमें 11 किशोर ऐसे हैं, जिन्होंने जघन्य अपराध किए हैं. कोर्ट ने फिर फैसला सुनाया कि इन 11 अपराधियों के खिलाफ व्यस्कों की तरह मुकदमा चलेगा.

पुलिस ने जिन 52 नाबालिग अपराधियों की पहचान की है, इन सभी के खिलाफ एनआईए, बवाना, अलीपुर, समयपुर बादली और भलस्वा थाने में मामले दर्ज हैं. पुलिस उपायुक्त ने बताया कि इन सभी किशोरों को लेकर न्यायालय में आवेदन प्रस्तुत कर अनुरोध किया गया था कि इन 11 किशोरों पर उनके अपराधों की गंभीरता को देखते हुए वयस्कों की तरह मुकदमा चलाया जाए. इन किशोरों को अब कानून के तहत वयस्कों के रूप में माना जाएगा.

उपायुक्त ने कहा कि जो व्यक्ति इस तरह की गंभीर आपराधिक गतिविधियों में शामिल हैं, उन्हें उनकी उम्र की परवाह किए बिना कानून की पूरी सीमा तक जवाबदेह ठहराया जाएगा. यह पहल सार्वजनिक सुरक्षा बनाए रखने, आपराधिक व्यवहार को रोकने और समुदाय के भीतर सुरक्षा की भावना को बढ़ावा देने के लिए की गई है. जिला प्रशासन भविष्य में इस अभियान को जारी रखने की योजना बना रहा है.

कहां कितने आवेदन

एनआईए पुलिस स्टेशन ने 20 आवेदन प्रस्तुत किए जिनमें से छह पर वयस्कों की तरह मुकदमा चलाया जाएगा. अलीपुर पुलिस स्टेशन ने चार आवेदन प्रस्तुत किए, जिनमें से एक पर बालिग की तरह मुकदमा चलाया जाएगा. इसके अलावा समयपुर बादली पुलिस स्टेशन ने आठ आवेदन प्रस्तुत किए, जिनमें से एक पर बालिग की तरह मुकदमा चलाया जाएगा और भलस्वा डेयरी पुलिस स्टेशन ने 12 आवेदन प्रस्तुत किए, जिनमें से दो पर बालिग की तरह मुकदमा चलाया जाएगा.

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