IMT DESK
मणिपुर में गुस्साई भीड़ ने बीजेपी के तीन और विधायकों तथा कांग्रेस के एक विधायक के आवास फूंक दिए। अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के पैतृक आवास पर भी धावा बोलने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया।

मणिपुर के जिरीबाम जिले में तीन महिलाओं और तीन बच्चों के शव मिलने के बाद प्रदर्शनकारियों ने इंफाल घाटी के विभिन्न हिस्सों में शनिवार को हिंसक प्रदर्शन किया, जिसके बाद यहां अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया। इंटरनेट भी बंद कर दिया गया है। भीड़ ने शनिवार को भी राज्य के तीन मंत्रियों और छह विधायकों के आवासों पर हमला किया था। पुलिस हिंसा में लिप्त 23 लोगों को अब तक गिरफ्तार कर चुकी है। कुछ और लाशें तैरती हुई पाई गई हैं, जिसके बाद तनाव और बढ़ गया है।
बोरी में भरी शव नदी में बहकर आए

दक्षिणी असम में बराक नदी में एक महिला और एक बच्ची के शव बोरी में भरकर बहकर आए। पड़ोसी राज्य मणिपुर में छह शव मिलने पर लोगों में हड़कंप मच गया। माना जा रहा है कि ये तीन महिलाएं और इतने ही बच्चे हैं जो हिंसा से तबाह जिरीबाम में विस्थापितों के लिए बनाए गए राहत शिविर से लापता बताए गए थे। असम के कछार के चिरीघाट और उसी जिले के सिंगरबैंड III में दो और शव मिलने की खबर है।
विधायक का घर पूरी तरह से फूंका

अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने निंगथौखोंग में लोक निर्माण मंत्री गोविंददास कोंथौजम, लैंगमीडोंग बाजार में भाजपा विधायक वाई राधेश्याम, थौबल जिले में भाजपा विधायक पाओनम ब्रोजेन और इंफाल पूर्वी जिले में कांग्रेस विधायक लोकेश्वर के घरों में आग लगा दी। गलीमत रही कि इस दौरान विधायक और उनके परिवार के सदस्य घर पर मौजूद नहीं थे। घरों के पूरी तरह जलने से पहले अग्निशमन सेवाएं मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पा लिया। प्रदर्शनकारियों ने शनिवार रात इंफाल पूर्वी क्षेत्र में सीएम बीरेन सिंह के पैतृक निवास पर भी हमला करने की कोशिश की, लेकिन सुरक्षाबलों ने उन्हें 100-200 मीटर पहले ही रोक दिया। इसके बाद भीड़ ने बीरेन के आवास की ओर जाने वाली मुख्य सड़क पर टायर जलाए और वाहनों की आवाजाही को अवरुद्ध कर दिया।
बीजेपी विधायकों के खिलाफ मणिपुर में गुस्सा!

अधिकारियों ने बताया कि उग्रवादियों ने रात में जिरीबाम कस्बे में कम से कम दो चर्च और तीन घरों को भी आग के हवाले कर दिया। उपद्रवियों के और अधिक आगजनी किए जाने की खबरें भी सामने आई हैं, लेकिन इन दावों की अभी तक स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हुई है। इंफाल घाटी में रातभर आगजनी और भीड़ के 13 विधायकों के घरों पर हमला करने के बाद यह खबर आई। इनमें से नौ विधायक भाजपा के थे। पुलिस ने बताया कि जैसे ही हिंसा कम होती दिख रही थी, भाजपा विधायक कोंगखम रोबिंद्रो से मिलने की मांग कर रही भीड़ ने रविवार शाम इंफाल पश्चिम में उनके पैतृक घर में तोड़फोड़ की।
उपद्रवियों के पास भारी असलहा और बारूद बरामद

पुलिस ने इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम और बिष्णुपुर जिलों में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू और इंटरनेट प्रतिबंध के बीच तोड़फोड़ और आगजनी के लिए 23 लोगों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से एक .32 पिस्तौल, सात राउंड गोला-बारूद और आठ मोबाइल फोन जब्त किए गए। सेना और असम राइफल्स ने हिंसा से तबाह हुए इलाकों में फ्लैग मार्च किया, जिसमें उपद्रवियों पर कार्रवाई में आठ नागरिक घायल हो गए। सीआरपीएफ के डीजी अनीश दयाल सिंह सुरक्षा प्रतिक्रिया की निगरानी के लिए इंफाल पहुंचे।