भोपाल। देवेंद्र पटेल

इसे देश का दुर्भाग्य कहें या लोकतंत्र की मजबूरी, क्योंकि जिन जनप्रतिनिधियों को केंद्रीय और राज्य की योजनाओं के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी है वह खुद योजनाओं के बारे में लिखने-पढ़ने की स्थिति में नहीं हैं. ताजा मामला मोदी कैबिनेट में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री बनी सावित्री ठाकुर का है. खुद को 12वीं पास बताने वाली मंत्री सावित्री ठाकुर अपने हाथ से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नहीं लिख पाईं, जो लिखा वह भी गलत लिखा. अब उनके द्वारा लिखा गया गलत स्लोगन तेजी से वायरल हो रहा है.
दरअसल पूरे मध्यप्रदेश के साथ ही धार में भी ‘स्कूल चलो अभियान’ की शुरुआत हुई. धार के ब्रह्मकुंडी स्कूल में केंद्रीय राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर ने स्कूली बच्चों के स्वागत कार्यक्रम में भाग लिया. इस दौरान महिला मंत्री ने ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ के नारे की जगह लिख दिया- ‘बेढी पड़ाओ बच्चाव.’
मध्य प्रदेश में एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर ने ‘बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ’ का नारा गलत तरीके से लिख दिया. इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया में आने पर विपक्षी कांग्रेस ने मंत्री की योग्यता पर सवाल उठाए हैं.
दरसअल, धार के ब्रम्हा कुंडी स्थित सरकारी स्कूल में 18 जून (मंगलवार) को ‘स्कूल चलो अभियान’ के तहत एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि धार सीट से लोकसभा सदस्य सावित्री ठाकुर को बुलाया गया. सावित्री को हाल ही में केंद्र सरकार में महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री बनाया गया है.
रथ से मिटाया स्लोगन, कांग्रेस ने उठाए सवाल
वहीं कांग्रेस ने इस मामले में टिप्पणी करते हुए लिखा है कि ”इसे देश का दुर्भाग्य माने या लोकतंत्र की मजबूरी. देश का संविधान या हमारी शिक्षा नीति इसके लिए जिम्मेदार है.” वहीं अब इस मामले को लेकर खुद केंद्रीय महिला बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर बचाव की मुद्रा में हैं. वहीं, रथ पर लिखा गया उनका स्लोगन भी तत्काल मिटा दिया गया है. फिलहाल इस मामले में वे कुछ भी कहने से बचती नजर आ रही हैं. बता दें कि लोकसभा चुनाव के नामांकन के दौरान सावित्री ठाकुर ने अपनी शिक्षा में खुद को 12वीं पास बताया था.