पीएम नरेंद्र मोदी रामनगरी में रोड शो करने वाले पहले प्रधानमंत्री बने। पीएम का रोड शो अद्भुत, अविश्वसनीय व अकल्पनीय रहा..। अद्भुत इसलिए रहा कि पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए अयोध्या समेत पूरे देश की संस्कृति उमड़ पड़ी। अविश्वसनीय व अकल्पनीय इसलिए रहा कि आज से पहले कोई कल्पना नहीं कर सकता था कि कोई प्रधानमंत्री अयोध्या में रोड शो करेगा। अयोध्या में रोड शो के जरिए पीएम नरेंद्र मोदी पूरे देश के दिल में उतर गए।

पीएम ने एयरपोर्ट पर उतरने के बाद हाईवे होते हुए धर्मपथ के रास्ते से अयोध्या में प्रवेश किया। उनके स्वागत के अद्भुत इंतजाम थे। 51 जगहों पर पीएम के अभिनंदन के लिए मंच सजाया गया था। 12 जगहों पर संत-धर्माचार्य पुष्पवर्षा कर रहे थे। 23 संस्कृत विद्यालयों के 1895 वैदिक छात्र जगह-जगह वेदमंत्र और शंख ध्वनि से स्वागत कर रहे थे। धर्मपथ पर उनकी गाड़ियों का काफिला जैसे पहुंचा, वैदिक मंत्रोच्चार व शंखनाद ने यह बता दिया कि पीएम अयोध्या में प्रवेश कर गए हैं। लता मंगेशकर चौक पर पहुंचे तो फिर वैदिक मंत्रोच्चार हुआ, पुष्पवर्षा हुई। इससे आगे बढ़ने पर साधु-संत भगवान राम, लक्ष्मण व सीता के स्वरूपों के साथ उनके अभिनंदन को तैयार थे। पीएम ने न सिर्फ संतों को प्रणाम किया बल्कि भगवान के स्वरूपों के सामने भी सिर झुकाया।

यहां से आगे बढ़ने पर तिवारी मंदिर के पास संतों के समूह ने पीएम पर पुष्पवर्षा की, अनवरत शंखनाद गूंजता रहा। पीएम के स्वागत में रामपथ के दोनों तरफ लोग मौजूद थे। हर कोई पीएम को अपने बीच पाकर खुश था। पीएम मोदी ने हाथ हिलाकर सभी का अभिवादन किया। इसी तरह का द़ृश्य तुलसी उद्यान, छोटी देवकाली, हनुमानगढ़ी चौराहे व बिड़ला धर्मशाला के पास भी रहा। टेढ़ीबाजार से पीएम अयोध्या रेलवे स्टेशन के लिए मुड़े तो यहां फूलों से बनी गणपति की छवि काफी आकर्षित कर रही थी। रामजन्मभूमि पथ को भी भव्यता पूर्वक सजाया गया था। पीएम ने राम जन्मभूमि पथ की ओर देखकर सिर भी नवाया। पीएम मोदी के स्वागत में अयोध्या का श्रृंगार काफी अद्भुत था। यह श्रृंगार जिसने भी देखा, मोहित उठा। जगह-जगह बने तोरणद्वार, रामायण के सातों कांड पर आधारित होर्डिंग्स आकर्षण बढ़ा रहे थे।

लोक कला की प्रस्तुतियों के रंगों से सजी अयोध्या
पीएम मोदी के रोड शो के दौरान 1400 से कलाकारों ने प्रस्तुतियां दी। लता चौक पर एक विशाल मंच बनाया गया था। यहां पीएम मोदी के काफिले पर फ्लावर कैनन से पुष्प वर्षा की गई। हवाई अड्डे के गेट नंबर तीन पर व हवाई अड्डे और साकेत पेट्रोल पंप के बीच पांच मंचों का संचालन किया गया। शंख वादन और डमरू वादन ने सभी को झंकृत कर दिया। मथुरा के खजान सिंह और महिपाल ने अपनी टीम के साथ ”बम रसिया” के प्रदर्शन के माध्यम से छाप छोड़ी। इसके अतिरिक्त, मथुरा के लोकप्रिय ”मयूर” नृत्य ने भी कई मंचों की शोभा बढ़ाई। अवधी, वनटांगिया और फरुवाही समेत विभिन्न संस्कृतियों की प्रस्तुतियों के रंगों से सजी अयोध्या में पलवल (हरियाणा) के बीन-बांसुरी डांस और राजस्थान की चकरी डांस ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

About Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *