
सुकमा (छत्तीसगढ़)।
बस्तर अंचल के सुकमा जिले में सुरक्षा बलों को नक्सल विरोधी अभियान के तहत एक और बड़ी सफलता मिली है। कुकानार थाना क्षेत्र के पुसगुन्ना जंगल में बुधवार को हुई मुठभेड़ में पेडारस एलओएस का कमांडर बमन, जिस पर 5 लाख का इनाम घोषित था, मारा गया।
मुठभेड़ में एक महिला नक्सली भी मारी गई है, जिसकी शिनाख्त जारी है।
जंगल में छिपे नक्सलियों पर सुरक्षा बलों की घातक कार्रवाई
पुलिस और डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) को खुफिया जानकारी मिली थी कि पुसगुन्ना क्षेत्र में नक्सल संगठन के शीर्ष कैडर सक्रिय हैं।
इसके बाद सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम सर्च ऑपरेशन पर रवाना हुई। दोपहर करीब 2 बजे घने जंगल में पहुंचते ही नक्सलियों ने घात लगाकर फायरिंग शुरू कर दी।
जवानों ने पत्थरों और पेड़ों की आड़ लेकर मुंहतोड़ जवाब दिया और मुठभेड़ में दो नक्सली मारे गए।
मुठभेड़ स्थल से हथियारों का जखीरा बरामद
मारे गए नक्सलियों के पास से INSAS राइफल, 12 बोर बंदूक, भारी मात्रा में गोलाबारूद, विस्फोटक सामग्री और नक्सली साहित्य बरामद किया गया है।
मुठभेड़ के दौरान कई अन्य नक्सली जंगल और पहाड़ियों का फायदा उठाकर फरार हो गए, जिनकी तलाश जारी है।
4 दिन पहले भी बड़ी कार्रवाई: सुधाकर और भास्कर मारे गए थे
इससे पहले बीजापुर जिले के इंद्रावती नेशनल पार्क में सुरक्षाबलों ने 4 दिन पहले 7 नक्सलियों को मुठभेड़ में ढेर किया था।
इस कार्रवाई में सेंट्रल कमेटी सदस्य सुधाकर उर्फ गौतम (इनामी ₹1 करोड़) और तेलंगाना स्टेट कमेटी सदस्य भास्कर (इनामी ₹45 लाख) मारे गए थे।
इनके साथ 6-7 जून के बीच तीन और नक्सली शव बरामद हुए थे, जिनमें दो महिला नक्सली भी शामिल थीं।
ऑपरेशन के दौरान घायल हुए जवानों को सुरक्षित किया गया
सुकमा मुठभेड़ के दौरान कुछ जवानों को सांप और मधुमक्खियों ने काट लिया, जिन्हें तुरंत प्राथमिक उपचार दिया गया और सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
नक्सली नेटवर्क पर लगातार टूट पड़ रहा है सुरक्षा बलों का दबाव
बस्तर क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियानों में तेजी आई है। 21 मई को कर्रेगुट्टा में मुठभेड़ में 1.5 करोड़ के इनामी बसवा राजू समेत 27 नक्सली मारे गए थे।
इससे पहले उसी क्षेत्र में 24 दिन चले अभियान में 31 नक्सलियों को ढेर किया गया था।
2026 तक नक्सलवाद मुक्त भारत का लक्ष्य: अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में रायपुर और जगदलपुर में हुए कार्यक्रमों में घोषणा की थी कि
“2026 तक देश को नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त कर दिया जाएगा।”
इसके बाद बस्तर संभाग में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन में जबरदस्त तेजी देखी जा रही है।