
बालोद जिले के बघमरा गांव में एक वृद्धा की बेरहमी से हत्या ने पूरे इलाके को दहला दिया है। 65 वर्षीय गीता बाई देवांगन की उनके ही घर में धारदार हथियार से हत्या कर दी गई, जबकि उनके बेटे टुकेन्द्र देवांगन उसी वक्त विशाखापट्टनम में अपने जन्मदिन का जश्न मना रहे थे। हत्या की वारदात के समय घर में केवल बहू मौजूद थी, जिससे पुलिस की पूछताछ जारी है।
गले और सिर पर धारदार हथियार से वार, घर में मिला फावड़ा
मंगलवार को पुलिस को सूचना मिली कि गीता बाई अपने घर के एक कमरे में खून से लथपथ हालत में मृत पड़ी हैं। मौके पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने देखा कि उनके गले और सिर पर कई बार धारदार हथियार से हमला किया गया है।
घर की तलाशी में एक फावड़ा बरामद हुआ, जिसे हत्या में प्रयुक्त हथियार होने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने उसे जब्त कर लिया है।
हत्या के समय घर पर सिर्फ बहू थी मौजूद
घटना के समय परिवार के अन्य सदस्य घर से बाहर थे। मृतका के पति सोनूराम देवांगन अपनी बेटी के घर गए थे, और बेटा विशाखापट्टनम में था। घर में सिर्फ बहू खिलेश्वरी मौजूद थी, जिससे पुलिस पूछताछ कर रही है।
पुलिस का कहना है कि बहू की भूमिका संदिग्ध लग रही है, लेकिन अभी तक उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार नहीं किया गया है।
लंबे समय से सास-बहू के बीच था विवाद
पड़ोसियों और पुलिस सूत्रों के अनुसार, गीता बाई और उनकी बहू के बीच लंबे समय से पारिवारिक विवाद चला आ रहा था। कई बार दोनों के बीच कहासुनी और झगड़े की जानकारी ग्रामीणों को भी थी।
मृतका के पति ने भी बताया कि बहू का स्वभाव झगड़ालू था और उसका अक्सर घर के लोगों से विवाद होता रहता था।
हत्या की वजह पर अब भी सस्पेंस, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से खुलेगा राज
गीता बाई के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और बहू से पूछताछ के बाद ही हत्या के पीछे की मंशा और सटीक कारण सामने आ पाएंगे। घरेलू विवाद को फिलहाल मुख्य वजह माना जा रहा है।
पुलिस ने गांव में आसपास के लोगों से भी पूछताछ शुरू कर दी है और सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल्स की जांच भी की जा रही है।