
भिंड (मध्यप्रदेश)।
देश सेवा के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले भारतीय सेना के वीर सपूत नायब सूबेदार अरविंद सिंह चौहान का बुधवार को उनके पैतृक गांव चरथर (भिंड) में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। पार्थिव देह के गांव पहुंचते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। “भारत माता की जय” और “अरविंद फौजी अमर रहें” के नारों से गांव की गलियां गूंज उठीं।
शहीद के पुत्र रजत सिंह चौहान ने अपने पिता को मुखाग्नि दी। अंतिम दर्शन के लिए सैकड़ों ग्रामीण, प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि पहुंचे। हर आंख नम थी और माहौल गमगीन।
ड्यूटी के दौरान आया सीने में दर्द, अस्पताल में हुआ निधन
नायब सूबेदार अरविंद सिंह चौहान भारतीय सेना की 27 राजपूत बटालियन में सिक्किम में तैनात थे। सोमवार को ड्यूटी के दौरान उन्हें सीने में तेज़ दर्द की शिकायत हुई। पहले प्राथमिक इलाज हुआ लेकिन तबीयत बिगड़ने पर उन्हें गुवाहाटी स्थित मिलिट्री अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसी रात उन्होंने अंतिम सांस ली।
परिवार पर टूटा दुख का पहाड़, गांव में मातम
जवान के निधन की खबर मिलते ही परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। गांव पहुंचते ही जब शव को पारंपरिक तिरंगे में लपेटकर लाया गया, तो पत्नी रेनू, बेटी नव्या और पुत्र रजत बेसुध हो गए। रजत ने बताया कि उनके पिता मार्च में छुट्टी पर घर आए थे, और अप्रैल में वापस ड्यूटी पर लौटे थे। सोमवार को अंतिम बार उन्होंने मां से बात की थी और सीने में दर्द की शिकायत की थी।
सेना ने दी सलामी, प्रशासनिक अफसर भी रहे मौजूद
बुधवार दोपहर करीब 3 बजे जब शव गांव पहुंचा, तो शोक में डूबे सैकड़ों लोगों की आंखें भर आईं। इस दौरान भिंड-दतिया सांसद संध्या राय, कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव, एसडीएम अखिलेश शर्मा सहित सेना और प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। सेना के जवानों ने पारंपरिक रूप से सलामी देकर अंतिम विदाई दी।
गांववासियों ने दी वीर सपूत को अंतिम सलामी
गांव के लोग बड़ी संख्या में अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। हर चेहरे पर गौरव और ग़म का मिलाजुला भाव था। शवयात्रा के दौरान “शहीद अरविंद अमर रहें”, “भारत माता की जय” जैसे नारों से पूरा वातावरण गूंज उठा।