
रायपुर।
देश की राजनीति में अपनी दूरदृष्टि, प्रशासनिक दक्षता और समाजसेवा के लिए पहचाने जाने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री शहीद पंडित विद्याचरण शुक्ल की 12वीं पुण्यतिथि के अवसर पर राजधानी रायपुर में एक भावपूर्ण और गरिमामय श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
यह कार्यक्रम नगर निगम रायपुर के संस्कृति विभाग एवं जोन-4 के संयुक्त तत्वावधान में शहीद पंडित विद्याचरण शुक्ल उद्यान परिसर, महात्मा गांधी सदन के सामने संपन्न हुआ।
महापौर मीनल चौबे ने दी श्रद्धांजलि
कार्यक्रम में महापौर मीनल चौबे ने पंडित शुक्ल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा:
“विद्याचरण शुक्ल जी का व्यक्तित्व आज भी नई पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत है। उन्होंने न केवल प्रदेश बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी राजनीति को नई दिशा दी।”
उन्होंने शुक्ल को एक प्रखर विचारक, दूरदर्शी प्रशासक और समर्पित जनसेवक बताते हुए उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए।
समाजसेवियों और नागरिकों की उपस्थिति
इस अवसर पर नगर निगम संस्कृति विभाग के अध्यक्ष अमर गिदवानी, पूर्व पार्षद मनोज कंदोई, सामाजिक कार्यकर्ता अनुभव चरण शुक्ला, प्रमोद तिवारी, नवीन चंद्राकर, सहायक अभियंता दीपक देवांगन समेत अनेक गणमान्य नागरिक, समाजसेवी, महिलाएं और युवा उपस्थित रहे।
सभी ने पंडित शुक्ल के राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक योगदान को याद करते हुए उन्हें नमन किया।
राजनीति के एक मजबूत स्तंभ थे शुक्ल
पंडित विद्याचरण शुक्ल को भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण, विदेश नीति, और मीडिया मंत्रालय जैसे प्रमुख विभागों में कार्य करने का अनुभव रहा।
आपातकाल के दौर में वे सूचना प्रसारण मंत्री रहे, जहां उनकी भूमिका निर्णायक मानी जाती है।
झीरम घाटी हमले में हुई थी शहादत
छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद भी उन्होंने प्रदेश की राजनीति में सक्रिय योगदान दिया।
2013 में बस्तर के झीरम घाटी नक्सली हमले में वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे और उपचार के दौरान उनका निधन हो गया था।
उनकी यह शहादत आज भी प्रदेश की राजनीति में एक दर्दनाक अध्याय के रूप में याद की जाती है।