
कटनी।
मध्यप्रदेश के कटनी जिले में अवैध शराब की बिक्री एक बार फिर जानलेवा साबित हुई। एनकेजे थाना क्षेत्र के कौड़िया गांव में मंगलवार को शराब के नशे में हुए विवाद के बाद मजदूरी करने वाले युवक घनश्याम कोल की हत्या कर दी गई। बुधवार सुबह परिजनों और ग्रामीणों ने मृतक का शव कौड़िया-बड़वारा मार्ग पर रखकर चक्काजाम कर दिया। उनका गुस्सा सिर्फ हत्या पर नहीं, बल्कि क्षेत्र में धड़ल्ले से चल रहे शराब के अड्डों पर भी फूटा।
शराब पीने के बाद हिंसा, धारदार हथियार से हमला
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मंगलवार देर शाम घनश्याम कोल और अशोक बर्मन गांव में संचालित एक अवैध शराब दुकान पर शराब पी रहे थे। इसी दौरान किसी बात को लेकर दोनों में कहासुनी हुई जो जल्द ही हिंसक झगड़े में बदल गई। अशोक ने गुस्से में आकर घनश्याम पर धारदार हथियार से वार कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। अस्पताल में इलाज के दौरान बुधवार तड़के उसकी मौत हो गई।
परिजन बोले— जानबूझकर की गई हत्या, अवैध शराब के कारण गई जान
मृतक की बेटी रोशनी कोल ने मीडिया को बताया कि आरोपी अशोक ने उनके पिता को जानबूझकर मारा। उन्होंने आरोप लगाया कि अगर गांव में ये शराब के अड्डे नहीं होते तो यह घटना ही न होती।
शव के साथ सड़क पर बैठकर ग्रामीणों ने नारेबाज़ी की और कहा— “शराबबंदी नहीं तो वोट नहीं!”
ग्रामीणों की दो टूक– अवैध शराब पर रोक लगाओ, आरोपी को सजा दो
प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने कहा कि गांव में अवैध शराब की बिक्री अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उनके अनुसार, इन अड्डों की वजह से सामाजिक ताना-बाना टूट रहा है और अपराध बढ़ रहे हैं।
ग्रामीणों ने मांग की कि आरोपी को सख्त सजा दी जाए और अवैध शराब के सभी ठिकानों को तुरंत बंद किया जाए।
पुलिस बल मौके पर तैनात, प्रशासन की कोशिशें जारी
घटना की जानकारी मिलते ही एनकेजे थाना पुलिस और अन्य थानों से फोर्स मौके पर पहुंची। हालांकि स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है। अधिकारी लोगों को समझा-बुझाकर प्रदर्शन समाप्त करवाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन लोग कार्रवाई की लिखित गारंटी पर ही रास्ता छोड़ने को तैयार हैं।
ग्रामीणों की चेतावनी– नहीं मानी मांग तो होगा उग्र आंदोलन
प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट किया कि यदि प्रशासन ने अवैध शराब के खिलाफ त्वरित कार्रवाई नहीं की तो वे और बड़ा आंदोलन करेंगे। लोगों का कहना है कि इन अड्डों की वजह से युवाओं का भविष्य और परिवार दोनों तबाह हो रहे हैं।